आज की ग़ज़ल . डा.अहमद अली वर्की की ग़ज़लें और परिचय


आज की ग़ज़ल .
समकालीन ग़ज़ल को समर्पित मंच
FRIDAY, JULY 18, 2008
डा.अहमद अली वर्की की ग़ज़लें और परिचय











25 दिसंबर 1954 को जन्मे डा. अहमद अली 'बर्क़ी' साहब तबीयत से शायर हैं.

शायर का परिचय ख़ुद बक़ौल शायर :

मेरा तआरुफ़

शहरे आज़मगढ है बर्क़ी मेरा आबाई वतन
जिसकी अज़मत के निशां हैं हर तरफ जलवा फेगन

मेरे वालिद थे वहां पर मर्जए अहले नज़र
जिनके फ़िक्रो— फ़न का मजमूआ है तनवीरे सुख़न

नाम था रहमत इलाही और तख़ल्लुस बर्क़ था
ज़ौफ़ेगन थी जिनके दम से महफ़िले शेरो सुख़न

आज मैं जो कुछ हूँ वह है उनका फ़ैज़ाने नज़र
उन विरसे में मिला मुझको शऊरे —फिकरो —फ़न

राजधानी देहली में हूँ एक अर्से से मुक़ीम
कर रहा हूँ मैं यहां पर ख़िदमते अहले वतन

रेडियो के फ़ारसी एकाँश से हूँ मुंसलिक
मेरा असरी आगही बर्क़ी है मौज़ूए सुख़न .


डा. अहमद अली बर्की़ आज़मी साहब की तीन ग़ज़लें

१.









सता लें हमको, दिलचस्पी जो है उनकी सताने में
हमारा क्या वो हो जाएंगे रुस्वा ख़ुद ज़माने में

लड़ाएगी मेरी तदबीर अब तक़दीर से पंजा
नतीजा चाहे जो कुछ हो मुक़द्दर आज़माने में

जिसे भी देखिए है गर्दिशे हालात से नाला
सुकूने दिल नहीं हासिल किसी को इस ज़माने में

वो गुलचीं हो कि बिजली सबकी आखों में खटकते हैं
यही दो चार तिनके जो हैं मेरे आशियाने में

है कुछ लोगों की ख़सलत नौए इंसां की दिल आज़ारी
मज़ा मिलता है उनको दूसरों का दिल दुखाने में

अजब दस्तूर—ए—दुनिया— ए —मोहब्बत है , अरे तौबा
कोई रोने में है मश़ग़ूल कोई मुस्कुराने में

पतंगों को जला कर शमए—महफिल सबको ऐ 'बर्क़ी'!
दिखाने के लिए मसरूफ़ है आँसू बहाने में.


बहर—ए—हज़ज=1222,1222,1222,1222

२.









नहीं है उसको मेरे रंजो ग़म का अंदाज़ा
बिखर न जाए मेरी ज़िंदगी का शीराज़ा

अमीरे शहर बनाया था जिस सितमगर को
उसी ने बंद किया मेरे घर का दरवाज़ा

सितम शआरी में उसका नहीं कोई हमसर
सितम शआरों में वह है बुलंद आवाज़ा

गुज़र रही है जो मुझपर किसी को क्या मालूम
जो ज़ख़्म उसने दिए थे हैं आज तक ताज़ा

गुरेज़ करते हैं सब उसकी मेज़बानी से
भुगत रहा है वो अपने किए का ख़मियाज़ा

है तंग का़फिया इस बहर में ग़ज़ल के लिए
दिखाता वरना में ज़ोरे क़लम का अंदाज़ा

वो सुर्ख़रू नज़र आता है इस लिए 'बर्क़ी'!
है उसके चेहरे का, ख़ूने जिगर मेरा, ग़ाज़ा

बह्र—ए—मजत्तस= 1212,1122,1212,112
**
अमीरे शहर=हाकिम; सितम शआरी-=ज़ुल्म; हमसर= बराबर का

सितम शआर=ज़लिम, ग़ाज़ा=क्रीम, बुलंद आवाज़ा-=मशहूर


३.









दर्द—ए—दिल अपनी जगह दर्द—ए—जिगर अपनी जगह
अश्कबारी कर रही है चश्मे—ए—तर अपनी जगह

साकित—ओ—सामित हैं दोनों मेरी हालत देखकर
आइना अपनी जगह आइनागर अपनी जगह

बाग़ में कैसे गुज़ारें पुर—मसर्रत ज़िन्दगी
बाग़बाँ का खौफ़ और गुलचीं का डर अपनी जगह

मेरी कश्ती की रवानी देखकर तूफ़ान में
पड़ गए हैं सख़्त चक्कर में भँवर अपनी जगह

है अयाँ आशार से मेरे मेरा सोज़—ए—दुरून
मेरी आहे आतशीं है बेअसर अपनी जगह

हाल—ए—दिल किसको सुनायें कोई सुनता ही नहीं
अपनी धुन में है मगन वो चारागर अपनी जगह

अश्कबारी काम आई कुछ न 'बर्क़ी'! हिज्र में
सौ सिफ़र जोड़े नतीजा था सिफ़र अपनी जगह

बहरे रमल(२१२२ २१२२ २१२२ २१२ )

संपर्क:

aabarqi@gmail.com

DR.AHMAD ALI BARQI AZMI

598/9, Zakir Nagar, Jamia Nagar

New Delhi-11025
अब तक प्रकाशित शायरों की सूची.
Aaj kee GHazal
• डा.अहमद अली वर्की की ग़ज़लें और परिचय
7/19/2008
25 दिसंबर 1954 को जन्मे डा. अहमद अली 'बर्क़ी'…
• देवमणि पांडेय की ग़ज़लें और परिचय
7/8/2008
परिचय: 4 जून 1958 को सुलतानपुर (उ.प्र.) में जन्मे…
• प्राण शर्मा की दो ग़ज़लें.
7/1/2008
परिचय:13 जून 1937 को वज़ीराबाद (अब पकिस्तान में) जन्मे…
• कृश्न कुमार 'तूर' जी की ग़ज़लें
6/23/2008
परिचय: 11 अक्तूबर 1933 को जन्मे जनाब—ए—कृश्न कुमार 'तूर'…
• श्री सरवर आलम राज़ 'सरवर'
6/12/2008
'सरवर' 16 मार्च 1935 को मध्य प्रदेश में जन्मे…
• श्री सुरेश चन्द्र 'शौक़' जी की ग़ज़लें
6/5/2008
परिचय 5 अप्रैल, 1938 को ज्वालामुखी (हिमाचल प्रदेश) में…
• ज़हीर कुरैशी जी की ग़ज़लें..
5/27/2008
परिचय: जन्म तिथि: 5 अगस्त,1950 जन्मस्थान: चंदेरी (ज़िला:गुना,म.प्र.) प्रकाशित…
• श्री बृज कुमार अग्रवाल जी की ग़ज़ल व परिचय
5/14/2008
परिचय 46 वर्षीय श्री बृज कुमार अग्रवाल (आई. ए. एस.)…
• पवनेन्द्र ‘ पवन ’ की दो ग़ज़लें और परिचय
5/5/2008
परिचय नाम: पवनेन्द्र ‘पवन’ जन्म तिथि: 7 मई 1945.…
• अमित "रंजन गोरखपुरी" की ग़ज़ल व परिचय
4/21/2008
परिचय: उपनाम- रंजन गोरखपुरी वस्तविक नाम- अमित रंजन चित्रांशी…
• दीपक गुप्ता जी का परिचय और ग़ज़ल
4/10/2008
उम्र: 36 साल शिक्षा: बी.ए.(1994) निवास: फ़रीदाबाद (हरियाणा) पहली…
• देवी नांगरानी जी की एक ग़ज़ल और परिचय
4/9/2008
परिचयजन्म- 11 मई 1949 को कराची में शिक्षा- बी.ए.…
• कवि कुलवंत जी की एक ग़ज़ल
3/31/2008
नाम : कवि कुलवंत सिंह जन्म: 1967 उतरांचल(रुड़की) शिक्षा:…
• डा. प्रेम भारद्वाज जी की तीन ग़ज़लें
3/28/2008
डा. प्रेम भारद्वाज जन्म: 25 दिसम्बर ,1946. नगरोटा बगवाँ…
• द्विज जी की पांच ग़ज़लें
3/17/2008
पाँच ग़ज़लें 1.यह ग़ज़ल रमल की एक सूरत.फ़ायलातुन, फ़ायलातुन,फ़ा…
• मेरे गुरु जी का परिचय और उनकी ग़ज़लें
3/15/2008
नाम: द्विजेन्द्र ‘द्विज’ पिता का नाम: स्व. मनोहर शर्मा‘साग़र’…

شاید آپ کو یہ بھی پسند آئیں